रज्जू भैया मितव्ययता एवं समर्पण के प्रतिमूर्ति : प्रो. प्रमोद यादव
वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय स्थित प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भैया) भौतिकीय विज्ञान अध्ययन एवं शोध संस्थान के द्वारा प्रो राजेंद्र सिंह (रज्जू भैया) की जन्मजयंती की पूर्व संध्या पर पुष्पांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर रज्जू भैया संस्थान के निदेशक प्रो प्रमोद कुमार यादव ने कहा कि प्रो राजेंद्र सिंह सरलता, सहजता व आत्मीयता के प्रतिमूर्ति थे। इसी कारण लोग प्रो राजेंद्र सिंह को प्यार से रज्जू भैया कहते थे। उन्होंने रज्जू भैया के जीवन के ऊपर विस्तार से प्रकाश डाला।
रज्जू भैया प्रयागराज विश्वविद्यालय में भौतिक शास्त्र के प्रोफेसर थे। सन 1966 में प्रोफेसर राजेंद्र सिंह (रज्जू भैया) ने प्रयाग विश्वविद्यालय के भौतिक शास्त्र के विभागाध्यक्ष पद से त्यागपत्र दे दिया। तत्पश्चात् वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जीवनव्रती प्रचारक के रूप में उस पथ के पथिक बनकर संघ कार्य में अहर्निश सक्रिय हो गए। रज्जू भैया बाद में 1994 राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के चौथे सरसंघचालक बने। उन्होंने एक शिक्षक, स्वयंसेवक, प्रचारक से लेकर सरसंघचालक तक की महती जिम्मेदारियों को बड़ी सहजता और सरलता के साथ निभाया।
कुलपति प्रो वंदना सिंह की प्रेरणा से संस्थान उत्तरोत्तर प्रगति की ओर अग्रसर है तथा शोध के क्षेत्र में देश एवं विदेश में महत्वपूर्ण स्थान बना रहा है। ज्ञात हो कि रज्जू भैया की स्मृति में 2018 में वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर में प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भैया) भौतिकीय विज्ञान अध्ययन एवं शोध संस्थान की स्थापना तत्कालीन कुलपति प्रो. राजाराम यादव के प्रयास से उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा की गई।
कार्यक्रम का संयोजन डॉ नितेश जायसवाल ने किया किया । इस अवसर पर विश्वविद्यालय के आचार्य प्रो. प्रो मिथिलेश सिंह, प्रो गिरधर मिश्र, प्रो प्रमोद कुमार, डॉ मिथिलेश यादव, डॉ नीरज अवस्थी, डॉ. श्याम कन्हैया, डॉ शशिकांत, डॉ आलोक वर्मा, डॉ आशीष वर्मा, डा दिनेश वर्मा, डॉ सुजीत चौरसिया, डॉ. रामांशु, डा दीपक मौर्या, संदीप वर्मा, सौरभ सिंह और अन्य शिक्षक तथा सभी छात्र एवं छात्राएं उपस्थित रही।
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