पूर्वांचल विश्वविद्यालय में सड़क सुरक्षा में युवाओं की भूमिका विषयक संगोष्ठी का हुआ आयोजन
31 जनवरी तक मनाया जाएगा सड़क सुरक्षा माह पोस्टर, भाषण और निबंध प्रतियोगिताओं का हुआ आयोजन
जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के आर्यभट्ट सभागार में सोमवार को सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान के तहत "सड़क सुरक्षा में युवाओं की भूमिका" विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता जौनपुर के यातायात प्रभारी सुशील मिश्रा ने युवाओं को सड़क सुरक्षा नियमों के प्रति जागरूक करते हुए कहा कि सड़क दुर्घटनाओं को रोकने में युवाओं की अहम भूमिका है। उन्होंने बताया कि हर साल भारत में सड़क दुर्घटनाओं में लाखों लोगों की जान जाती है, जिसमें से ज्यादातर दुर्घटनाएं यातायात नियमों की अनदेखी के कारण होती हैं। भारत युवाओं का देश है, युवा हमारे देश की पूंजी हैं परन्तु एक छोटी सी लापरवाही से युवा पीढ़ी सड़क दुर्घटना से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं, जो अत्यंत दुखद है। उन्होंने कहा कि यातायात पुलिस ने जौनपुर में पहले हेलमेट फिर चाभी नामक अभियान चलाया जिसे व्यापक जनसमर्थन मिला।
राष्ट्रीय सेवा योजना के समन्वयक डॉ. राजबहादुर यादव ने कहा कि हमें सड़क सुरक्षा के प्रति अपने दायित्व का शत-प्रतिशत निर्वहन करते हुए अपने परिवारजनों और आस पड़ोस के अन्य लोगों को जागरूक करने का संकल्प लेना चाहिए। राजकीय महाविद्यालय मुफ्तीगंज के प्राचार्य डॉ. धर्मेन्द्र कुमार द्विवेदी ने कहा की हम सड़क सुरक्षा के नियमों को अपने दिनचर्या का हिस्सा बनाएं तभी जाकर सड़क दुर्घटनाओं में कमी आ सकेगी।
जनसंचार विभाग असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि हमें सड़कों पर आत्मसंयम और नियंत्रित होकर वाहन चलाएं । उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि जोश में होश न खोएं आपके परिवार और समाज को आपसे बड़ी अपेक्षाएं हैं।
इस अवसर पर विद्यार्थियों ने विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लिया। भाषण प्रतियोगिता में 68 छात्रों ने सड़क सुरक्षा पर अपने विचार व्यक्त किए। निबंध प्रतियोगिता में 55 छात्रों ने "युवाओं की भूमिका और सड़क सुरक्षा" विषय पर निबंध लिखे। प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में 50 छात्रों ने सड़क सुरक्षा से जुड़े सवालों के जवाब दिए, जबकि पोस्टर प्रतियोगिता में 40 से अधिक छात्रों ने रचनात्मक पोस्टर बनाकर सड़क सुरक्षा का संदेश दिया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता रज्जू भइया संस्थान के निदेशक प्रो. प्रमोद यादव ने की। उन्होंने युवाओं को सड़क सुरक्षा का ब्रांड एंबेसडर बनने की प्रेरणा दी और कहा कि यातायात नियमों का पालन करना केवल कानून का सम्मान नहीं, बल्कि दूसरों की सुरक्षा का दायित्व भी है। संगोष्ठी का संयोजन राष्ट्रीय सेवा के वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डा. शशिकांत यादव ने किया, जबकि संचालन व धन्यवाद ज्ञापन सुमित सिंह ने दिया।
सभी उपस्थित छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों ने यातायात नियमों का पालन करने, हेलमेट और सीट बेल्ट का उपयोग सुनिश्चित करने, और वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का उपयोग न करने का संकल्प लिया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्रों और शिक्षकों ने भाग लेकर इसे सफल बनाया।
No comments:
Post a Comment