Saturday, 21 June 2025

पूर्वांचल में उद्योग अकादमिक सहयोग की अपार संभावनाएं - संजीव कोठारी

इंडस्ट्री के साथ मिलकर करेंगे शोध- कुलपति

उद्योग-अकादमिक संपर्क कार्यक्रम के अंतर्गत संगोष्ठी का हुआ आयोजन

जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के आइक्यूएसी के द्वारा  आर्यभट्ट सभागार में शनिवार को उद्योग-अकादमिक संपर्क कार्यक्रम के अंतर्गत उद्योग-अकादमिक सहयोग के माध्यम से अगली पीढ़ी की प्रतिभा को सशक्त बनाना: रणनीतियाँ और आगे का रास्ता विषयक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के दौरान पीयू-कैट 2025 के ब्रोशर का विमोचन भी किया गया।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि अडानी इंफ्रा इंडिया लिमिटेड के रणनीति एवं डिजिटल सलाहकार एवं पूर्व प्रमुख  तकनीकी-वाणिज्यिक संजीव कोठारी ने कहा कि पूर्वांचल में उद्योग अकादमिक सहयोग की अपार संभावनाएं है। उद्योग और अकादमिक समन्वय का दोनों को फायदा मिलता है। इंडस्ट्री का फायदा है कि उन्हें कुशल लोग मिल जाते है और उन्हें प्रशिक्षण नहीं देना पड़ता। अकादमिक लाभ शिक्षक प्रशिक्षण, प्रासंगिक पाठ्यक्रम, बेहतर प्लेसमेंट, वित्तपोषित प्रयोगशालाएँ और अनुसंधान है।
उन्होंने कहा कि उद्योग और अकादमिक संस्थानों के बीच गैप को हटाना होगा। साथ ही डिग्रीधारी युवाओं के कौशल की गुणवत्ता को बढ़ाना होगा। उन्होंने कहा कि डिग्री बस एक शुरुआत है, ज़िंदगी का हर कदम इम्तिहान है। अंक नहीं, हौसला रंग लाता है, सपनों की राह साहस दिखाता है।
उन्होंने कहा कि संस्था और अकादमी संस्थाओं के साथ समन्वय की बहुत सारी चुनौतियां हैं. उद्योगों को चिन्हित कर अकादमी  संस्थानों को तैयारी करनी चाहिए। उद्योग के साथ विद्यार्थियों का इंगेजमेंट बहुत आवश्यक है। अकादमी संस्थान उद्योग से संपर्क करें और यह जाने कि उनकी क्या जरूरत है और उसके अनुरूप पाठ्यक्रम का  निर्माण करें।
कुलपति प्रो वंदना सिंह ने कहा कि विद्यार्थियों के ज्ञान का उपयोग अगर उद्योग नहीं पा रहे है तो यह चिंता का विषय है। उद्योग और अकादमिक दूरी को कम किया जाएगा। विश्वविद्यालय इस दिशा में हर स्तर पर काम करेगा। उन्होंने कहा कि उद्योगों के साथ मिलकर शोध भी किया जायेगा जिससे अधिक से अधिक लोगों को उसका लाभ मिल सके।
इस अवसर पर कुलसचिव डॉ. विनोद कुमार सिंह,  सेंट्रल ट्रेनिंग, प्लेसमेंट एंड एक्यूवेशन सेंटर के प्रो. अविनाश पाथर्डीकर, प्रबंध अध्ययन संकाय के अध्यक्ष प्रो. अजय द्विवेदी ने भी विचार प्रस्तुत किए।कार्यक्रम का संचालन आइक्यूएसी के समन्वयक प्रो. गिरिधर मिश्र ने एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ धीरेन्द्र चौधरी ने किया।
इस अवसर पर पूर्व कुलसचिव बी एल आर्य, प्रो. मानस पांडे,प्रो प्रमोद यादव, प्रो. मनोज मिश्र, प्रो. सौरभ पाल, प्रो. राजेश सिंह, प्रो. अजय प्रताप सिंह, शिक्षक संघ के अध्यक्ष राहुल सिंह, महामंत्री शैलेन्द्र सिंह, प्रो. रजनीश भास्कर, प्रो. देवराज, प्रो. संतोष कुमार, प्रो. राजेश शर्मा, प्रो. बीडी शर्मा, प्रो. संदीप सिंह, प्रो. मिथिलेश सिंह, डॉ. आशुतोष सिंह , डॉ. नितेश जायसवाल, डॉ. रसिकेश, डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ. सुनील कुमार, डॉ. जाह्नवी श्रीवास्तव , डॉ. आई. आर. पाठक, डॉ. प्रियंका सिंह  समेत परिसर एवं महाविद्यालयों के शिक्षक शामिल रहे।

Friday, 20 June 2025

पीयू में सामूहिक सूर्य नमस्कार से गूंजा योग का सूर्योदय



 "एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य" के संकल्प संग मना अंतरराष्ट्रीय योग दिवस

वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए किया गया सूर्य नमस्कार

जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर के प्रांगण में 21 जून 2025 को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस उल्लास, उमंग और आध्यात्मिक आभा के साथ मनाया गया। भारत सरकार द्वारा घोषित इस वर्ष की थीम “एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य” को सार्थक करते हुए विश्वविद्यालय परिवार के शिक्षकों, कर्मचारियों एवं विद्यार्थियों ने सामूहिक योगाभ्यास किया, जिससे प्रांगण योगमय हो उठा। वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए एक साथ सूर्य नमस्कार भी किया गया।

योग दिवस के अवसर पर  कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने अतिथियों के साथ दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम की शुरुआत की। योग गुरु जय सिंह ने योग कराया।
कुलाधिपति एवं राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल की प्रेरणा से संपन्न इस भव्य आयोजन की अध्यक्षता कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने की।  मुख्य अतिथि वरिष्ठ फैकल्टी, आर्ट ऑफ लिविंग, अहमदाबाद की श्रीमती जिगिषा कोठारी  ने कहा कि "जब इच्छाएँ अनियंत्रित होती हैं, तब मन भटकता है और तनाव जन्म लेता है, ऐसे में योग वह दीप है जो अंधकार में राह दिखाता है।" उन्होंने योग को ऊर्जा, संयम और संतुलन का सेतु बताया।
विशिष्ट अतिथि रणनीति एवं डिजिटल सलाहकार, पूर्व प्रमुख तकनीकी-वाणिज्यिक, अडानी इंफ्रा इंडिया लिमिटेड के संजीव कोठारी  ने सभी को प्रेरित करते हुए “योग को जीवन का अंग बनाने” का संदेश दिया। विश्वविद्यालय परिवार ने उनके साथ सूर्य नमस्कार कर इस संदेश को साकार किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ प्रातः 6:30 बजे हुआ। योगाचार्य जय सिंह के मार्गदर्शन में प्रातः 7:00 बजे से 7:45 बजे तक भुजंगासन, ताड़ासन, कपालभाति, प्राणायाम समेत अनेक योगासन कराए गए। तत्पश्चात वर्ल्ड रिकॉर्ड में प्रतिभागिता के साथ 8:00 बजे से 8:10 बजे तक “सूर्य नमस्कार योग मुद्रा” का सामूहिक प्रदर्शन हुआ।
इस अवसर पर कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने कहा कि कार्यक्रम का उद्देश्य केवल योगाभ्यास नहीं, अपितु शारीरिक, मानसिक और आत्मिक आरोग्यता के माध्यम से “एक धरती, एक स्वास्थ्य” के संदेश को जन-जन तक पहुँचाना रहा।  
छात्र कल्याण अधिष्ठाता एवं कार्यक्रम संयोजक प्रो. प्रमोद कुमार यादव ने अतिथियों का स्वागत किया। इस अवसर पर सभी ने विशाखापत्तनम से प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के योग कार्यक्रम का लाइव प्रसारण देखा गया।
कार्यक्रम संचालन प्रो. मनोज मिश्र एवं धन्यवाद ज्ञापन कुलसचिव डॉ. विनोद कुमार सिंह ने  किया।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से प्रो. मानस पांडे, प्रो. अजय द्विवेदी, प्रो. अविनाश, प्रो. अजय प्रताप सिंह, डॉ. राज बहादुर यादव (एनएसएस समन्वयक), प्रो. सौरभ पाल, प्रो. बी.डी. शर्मा, प्रो. राजेश शर्मा, प्रो. देवराज सिंह, प्रो. संदीप सिंह, प्रो. रजनीश भास्कर, प्रो गिरधर मिश्र, डॉ. जाह्नवी श्रीवास्तव, डॉ. मनोज पांडे, प्रो. प्रमोद यादव, प्रो. मिथिलेश सिंह, डॉ. रसिकेश, डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ. सुनील कुमार, डॉ श्याम कन्हैया, डॉ नीतेश जायसवाल, डॉ शशिकांत यादव, उपकुलसचिव अजीत प्रताप सिंह, बबीता सिंह, कर्मचारी संघ अध्यक्ष नंदकिशोर सिंह, महामंत्री रमेश यादव, रजनीश सिंह, डॉ राजेश सिंह, राज नारायण सिंह, श्याम जी त्रिपाठी, स्वतंत्र कुमार  सहित विश्वविद्यालय के सभी शिक्षक एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।