Wednesday 6 May 2015

डा. मनोज मिश्र का हुआ स्वागत




  विश्वविद्यालय के जनसंचार एवं पत्रकारिता विभाग के प्राध्यापक डा. मनोज मिश्र को विज्ञान संचार का पुरस्कार प्राप्त करने के पर गुरूवार को दक्षिण भारत से जनसंचार एवं पत्रकारिता विभाग में आने पर विभाग के शिक्षकों एवं विद्यार्थियों द्वारा स्वागत किया गया। 
विदित हो कि रविवार को पीजेटीएसएयू हैदराबाद विश्वविद्यालय के सभागार में बीते दिनों तीन-चार मई 2015 को कृषकों के सशक्तिकरण के लिए कृषि नवाचार विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन में पूर्वी उत्तर प्रदेश में विज्ञान संचार में उत्कृष्ट योगदान के लिए डा. मनोज मिश्र को सम्मानित किया गया। डा. मिश्र वैज्ञानिक जागरूकता के लिए पिछले कई वर्षों से पूर्वांचल के विभिन्न जनपदों में सक्रिय रहे है। शहरी से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में जनमानस में वैज्ञानिक मनोवृत्ति के प्रसार के लिए उन्होंने कई कार्यशिविरों का आयोजन भी किया है। 
यह पुरस्कार आईसीएआर एवं सीआरआईडीए हैदराबाद के निदेशक डा. श्रीनिवास राव, आईआईआरआर के निदेशक डा. वी रविंद्र बाबू एवं कृषि विज्ञान विश्वविद्यालय बंगलौर के कुलपति डा. एच शिवान्ना द्वारा संयुक्त रूप से प्रमाण-पत्र एवं स्मृति चिन्ह के साथ डा. मनोज मिश्र को प्रदान किया गया था। इस संगोष्ठी में 1200 से अधिक की संख्या में देश के प्रमुख विश्वविद्यालयों के शिक्षाविद्, वैज्ञानिक, शोधार्थी एवं कृषि अनुसंधान से जुड़े लोगों ने प्रतिभाग किया था। इसके साथ ही डा. मनोज मिश्र को मास मीडिया के जरिए पूर्वी उत्तर प्रदेश में कृषि संचार पर उत्कृष्ट शोध पत्र प्रस्तुति हेतु बेस्ट पेपर प्रजेंटेशन अवार्ड से भी सम्मानित किया गया है। 
इस उपलब्धि पर विश्वविद्यालयों के शिक्षकों एवं विद्यार्थियों ने विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग में डा. मनोज मिश्र के आगमन पर स्वागत किया। इस मौके पर छात्र अंकित जायसवाल, नरेंद्र गौतम, कुलदीपक पाठक, प्रमोद सोनकर, राजेश, रिजवान, मनीष पाण्डेय एवं विभाग के शिक्षक डा. दिग्विजय सिंह राठौर, डा. अवध बिहारी सिंह, डा. सुनील कुमार, डा. रूश्दा आजमी मौजूद रही।
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डा. मनोज मिश्र को विज्ञान संचार के लिए मिला पुरस्कार
हैदराबाद विश्वविद्यालय  में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन में हुए सम्मानित
 वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल  विश्वविद्यालय के जनसंचार एवं पत्रकारिता विभाग के प्राध्यापक डा. मनोज मिश्र को परम्परागत माध्यमों के जरिए कृषि संचार में नवाचार के लिए विज्ञान संचार का पुरस्कार दिया गया। यह पुरस्कार आईसीएआर एवं सीआरआईडीए हैदराबाद के निदेशक डा. श्रीनिवास राव, आईआईआरआर के निदेषक डा. वी रविंद्र बाबू एवं कृषि विज्ञान  विश्वविद्यालय बंगलौर के कुलपति डा. एच शि वान्ना द्वारा संयुक्त रूप से प्रमाण-पत्र एवं स्मृति चिन्ह के साथ डा. मनोज मिश्र को रविवार को प्रदान किया गया। पीजेटीएसएयू हैदराबाद के विष्वविद्यालय सभागार में तीन-चार मई 2015 को कृषकों के सश क्तिकरण के लिए कृषि नवाचार विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित हुआ। इस संगोष्ठी में लगभग एक हजार की संख्या में देश  के प्रमुख  विश्वविद्यालयों  के शि क्षाविद्, वैज्ञानिक, शोधार्थी एवं कृषि अनुसंधान से जुड़े लोगों ने प्रतिभाग किया है।
इसके साथ ही डा. मनोज मिश्र को मास मीडिया के जरिए पूर्वी उत्तर प्रदेश  में कृषि संचार पर उत्कृष्ट शोध पत्र प्रस्तुति हेतु बेस्ट पेपर प्रजेंटेषन अवार्ड से भी सम्मानित किया गया। विदित हो कि डा. मनोज मिश्र द्वारा परम्परागत माध्यमों के जरिए विज्ञान संचार को आम जन तक ले जाने के लिए करीब दो दर्जन कार्यशि विरों का आयोजन सफलतापूर्वक सम्पन्न कराया जा चुका है।
सुदूर दक्षिण में पूर्वांचल विश्वविद्यालय के नाम दोहरी उपलब्धि हासिल होने पर विष्वविद्यालय के शि क्षकों डा. मानस पाण्डेय, डा. अजय प्रताप सिंह, डा. एचसी पुरोहित, डा. अविनाश  पाथर्डीकर, डा. आशु तोष सिंह, डा. अजय प्रताप सिंह, डा. दिग्विजय सिंह राठौर, डा. अवध बिहारी सिंह, डा. रुश्दा आजमी, डा. सुनील कुमार आदि ने खुशी  जाहिर करते हुए डा. मनोज मिश्र को बधाई दी।


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