वीर बहादुर सिंह पू.वि.वि. के संकाय भवन स्थित संगोष्ठी कक्ष में राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय राज्यस्तरीय प्रशिक्षण कार्यशाला के समापन सत्र में हार्टफुलनेसः तनावमुक्ति एवं ध्यान विषयक गोष्ठी का आयोजन किया गया।
गोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे कुलपति प्रो. पीयूष रंजन अग्रवाल ने कहा कि जीवन को अपने घर परिवार के साथ जीते हुए यह जरूरी है कि आप समाज के अन्य लोगों के लिए भी उनके साथ जीना सीखिए। यदि सफर में आप रेलगाड़ी से उतरते हैं तो राहगीरों से भी बातचीत करना सीखिए। किसी की भी परेशानियों को नजरअन्दाज न करें बल्कि उसमें समाहित हों। सदैव कल्याण की भावना रखें। संवेदनशीलता से ही बेहतर समाज का निर्माण किया जा सकता है।
विशिष्ट अतिथि के रूप में गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए कार्य परिषद के सदस्य एवं चौधरी चरण सिंह वि.वि. मेरठ के प्रोफेसर वीके मेहरोत्रा ने कहा कि सेवा कार्य में अर्पित होते समय तन, मन एवं धन समस्त न्यौछावर होते हैं। उन्होंने कहा कि मानवता की सेवा से व्यक्ति ऊंचाई हासिल करता है।
इसके पूर्व प्रशिक्षण शिविर में उपस्थित समस्त कार्यक्रम अधिकारियों को कर्नल सुरेन्द्र कुमार शर्मा एवं सुयश मिश्र द्वारा तनाव मुक्ति हेतु ध्यान का प्रशिक्षण दिया गया। इस अवसर पर प्रदेश के विभिन्न जनपदों से पधारे कार्यक्रम अधिकारियों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन एनएसएस के कार्यक्रम समन्वयक डा. हसीन खान ने किया। इस अवसर पर वित्त अधिकारी एम.के. सिंह, उपकुलसचिव संजीव सिंह, डा. मानस पाण्डेय, डा. मनोज मिश्र, डा. वेदप्रकाश चौबे, डा. अवधेश कुमार, डा.
विजय प्रताप तिवारी, डा. अजय विक्रम सिंह, डा. आरके गुप्ता, डा. केएस तोमर, डा. मधुलिका सिंह, डा. शमीम, डा. हुमा परवेज, डा. पूनम सिन्हा, रजनीश सिंह, अरूण सिंह सहित प्रतिभागी मौजूद रहे।
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