वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर राजाराम यादव ने सोमवार को बताया कि जी एस टी को विश्वविद्यालय पाठ्यक्रम से शीघ्र जोड़ा जायेगा। वे आज कुलपति सभागार में आगामी 3 अगस्त को आयोजित होने वाले वस्तु एवं सेवा कर: आयाम एवं अवसर विषयक संगोष्ठी की तैयारियों को लेकर आयोजन समिति के साथ बैठक कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अर्थशास्त्र,वित्त और कॉमर्स के विद्यार्थियों को जीएसटी का ज्ञान बहुत जरुरी है। आज जीएसटी से संबंधित जानकारी एवं उसको सरलीकृत रूप में समाज तक पहुचाने की जिम्मेदारी विश्वविद्यालयों पर है। इसी क्रम में विश्वविद्यालय इस गोष्ठी का आयोजन परिसर में करके प्रबुद्ध जनों ,व्यापारी वन्धुओं ,सामाजिक सक्रियक के साथ अपने परिक्षेत्र के सभी महाविद्यालयों के अर्थशास्त्र एवं वाणिज्य के शिक्षकों तथा विद्यार्थियों को भी आमंत्रित कर रहा है। विदित हो कि गोष्ठी में मुख्य अतिथि प्रदेश के उपमुख्यमंत्री प्रोफेसर दिनेश शर्मा, विशिष्ट अतिथि राज्यमंत्री शहरी विकास,राहत एवं पुनर्वास गिरीश चंद्र यादव एवं पूर्व प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त भारत सरकार गिरीश नारायण पांडेय तथा बतौर वक्ता संयुक्त कमिश्नर राज्य कर आर एन पाल, डिप्टी कमिश्नर राज्य कर सुजीत जायसवाल एवं सीए अमित गुप्त को आमंत्रित किया गया है।
बैठक में कुलपति प्रोफेसर राजाराम यादव ने गोष्ठी के सफल संचालन हेतु आयोजन समिति के सभी सदस्यों से अब तक के किये कार्यों की समीक्षा एवं आयोजन के विविध पहलुओं पर विस्तारपूर्वक चर्चा की। संगोष्ठी के संयोजक डॉ. अविनाश पाथर्डीकर ने संगोष्ठी की तैयारियों के बारे में बताया। गोष्ठी के समन्वयक डॉ मानस पांडेय एवं आयोजन सचिव डॉ. अमित वत्स ने आयोजन के रूप रेखा पर चर्चा की । बैठक में प्रोफेसर बीबी तिवारी , वित्त अधिकारी एम् के सिंह, कुलसचिव डॉक्टर देवराज, उप कुल सचिव संजीव सिंह , डॉ. ए के श्रीवास्तव,डॉ वीडी शर्मा , डॉ. अजय प्रताप सिंह, डॉ. मनोज मिश्र, डॉ. अजय द्विवेदी,डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ. सुरजीत यादव, डॉ. आशुतोष कुमार सिंह,डॉ सुनील कुमार ,डॉ अवध बिहारी , डॉ के एस तोमर,संजय श्रीवास्तव सहित तमाम शिक्षक -कर्मचारी मौजूद रहे।
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