पीयू में हुआ 'पढ़ें जौनपुर' कार्यक्रम का आयोजन
घड़ी की सूइयां जैसे ही 11 बजने को हुईं तो छात्रों के साथ शिक्षक और कर्मचारी अपने-अपने विभाग में पढ़ने बैठ गए। पहली बार कुछ ऐसा हुआ वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालयय में। पूर्वांह्न 11 बजे से 11 बजकर 45 मिनट तक सभी पढ़ने बैठे। यह पहल हुई राज्यपाल और कुलाधिपति श्रीमती आनंदी बेन पटेल के निर्देश पर।
दरअसल, स्मार्टफोन के इस जमाने में लोग किताबों से दूर होते जा रहे हैं। ऐसे में लोगों में किताबें पढ़ने की रुचि विकसित करने के लिए कुलाधिपति ने यह पहल शुरू की है। कुलाधिपति के निर्देश पर विश्वविद्यालय के सभी विभागों में 'पढ़ें जौनपुर' कार्यक्रम का आयोजन हुआ। विश्वविद्यालय प्रशासन ने दो दिन पहले ही इसके लिए तैयारियां दुरुस्त कर लीं थीं। सभी शिक्षकों, कर्मचारियों और विद्यार्थियों को इस बाबत निर्देश जारी कर दिए गए थे।दिन में 11 बजे विश्वविद्यालय के संकाय भवन, रज्जू भैया संस्थान, फार्मेसी एवं अभियांत्रिकी संकाय के विभिन्न विभागों में तथा विवेकानंद केंद्रीय पुस्लातकालय में विद्यार्थियों ने अपने मन पसंद की किताबें पढ़ी. एक साथ छात्र, शिक्षक और कर्मचारी पढ़ने बैठे।
कुलाधिपति ने हर महीने 'पढ़ें जौनपुर' कार्यक्रम आयोजित करने का निर्देश दिया है। यह कार्यक्रम विश्वविद्यालय परिसर सहित सभी संबद्ध कॉलेजों में हर महीने होना है। जनसंचार एवं पत्रकारिता विभाग के अध्यक्ष डॉ मनोज मिश्र ने इसे एक शानदार पहल बताते हुए सप्ताह में एक दिन अपने विभाग के पठन -पाठन समय सारणी में रखने का निर्णय लिया है।
विश्वविद्यालय के कुलसचिव सुजीत कुमार जायसवाल ने परिसर के विभिन्न विभागों में दौरा कर किताबें पढने का अवलोकन किया। बताया कि जनपद के प्राथमिक से लेकर उच्च शिक्षण संस्थाओं में पढ़े जौनपुर कार्यक्रम का आयोजन हुआ है. नोडल अधिकारी प्रो अविनाश पाथर्डीकर ने कहा कि आज के समय इन्टरनेट पर विद्यार्थी अधिक समय व्यतीत कर रहे है. किताबों में विषय का विस्तृत ज्ञान होता है. निश्चित तौर पर विद्यार्थियों में किताबों को पढने की रूचि बढ़ेगी और सम्पूर्ण ज्ञान मिलेगा।
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