वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. निर्मला एस मौर्य एवं जनसंचार विभाग के अध्यक्ष डॉ. मनोज मिश्र द्वारा संपादित पुस्तक कल्कि की लघुकथाएँ का लोकार्पण शुक्रवार को राजभवन के प्रज्ञा कक्ष में उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल द्वारा किया गया।
उत्तर प्रदेश शासन द्वारा विश्वविद्यालय को प्रदत्त सेंटर ऑफ एक्सीलेंस अनुवाद के अंतर्गत दक्षिण भारत के प्रख्यात साहित्यकार रामास्वामी कृष्ण मूर्ति कल्कि की मूल तमिल भाषा में लिखे साहित्य का हिंदी अनुवाद कराया गया है। इसे कल्कि की लघु कथाएं पुस्तक के रूप में प्रकाशित किया गया जिसका अनुवाद चेन्नई की डॉ. ए. जी.मातंगी ने किया है।
डॉ. मनोज मिश्र ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में भारतीय भाषाओं के उन्नयन को दृष्टिगत रखते हुए कल्कि की कथाएँ पुस्तक में तमिल के साथ-साथ उसका हिंदी अनुवाद भी प्रकाशित है। तमिलनाडु के पुथमंगलम में पैदा हुए महान साहित्यकार, साहित्य अकादमी सम्मान से सम्मानित रामस्वामी कृष्णमूर्ति (कल्कि) की रचनाओं में तत्कालीन समाज एवं लोक परम्परा का सुंदर चित्रण है। उन्हें तमिल उपन्यासों को एक नए दौर में ले जाने वाला साहित्यिक योद्धा माना गया है।
इस अवसर पर उच्च शिक्षा राज्य मंत्री श्रीमती रजनी तिवारी,अपर मुख्य सचिव श्रीमती कल्पना अवस्थी, विशेष कार्याधिकारी प्रो पंकज एल. जानी, कुलसचिव महेंद्र कुमार, परीक्षा नियंत्रक वी.एन. सिंह, प्रो. मानस पांडेय, प्रो. प्रदीप कुमार, प्रो. रजनीश भास्कर, प्रो. देवराज सिंह, डॉ. आशुतोष सिंह, डॉ. गिरिधर मिश्र, डॉ. जान्हवी श्रीवास्तव, डॉ. सुशील कुमार, डॉ. पुनीत धवन, डॉ. मिथिलेश यादव,डॉ. धीरेन्द्र चौधरी, डॉ. आलोक दास, डॉ. सुजीत चौरसिया, डॉ. धर्मेन्द्र सिंह, डॉ. प्रियंका कुमारी, डॉ. प्रभाकर सिंह, अशोक यादव,डॉ. सत्यम उपाध्याय राजभवन के अधिकारी गण, निजी सचिव कुलपति डॉ लक्ष्मी प्रसाद मौर्य उपस्थित रहे।
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