Thursday, 1 December 2022

समस्या खत्म करने के लिए सद्भाव जरूरीः प्रो. नरेश चंद्र गौतम

सभी के चेहरे पर मुस्कान से ही सद्भाव संभवः प्रो. निर्मला एस. मौर्य

सात दिवसीय राष्ट्रीय साम्प्रदायिक सद्भाव सप्ताह का समापन समारोह

जौनपुर। भारत सरकार के गृह मंत्रालय के अधीन राष्ट्रीय साम्प्रदायिक सद्भाव प्रकोष्ठ एवं वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के व्यवसाय प्रबंधन विभाग के संयुक्त तत्वावधान से सात दिवसीय राष्ट्रीय साम्प्रदायिक सद्भाव सप्ताह का समापन कार्यक्रम रंगारंग समारोह के साथ आर्यभट्ट सभागार में गुरुवार को मनाया गया l

कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि महात्मा गाँधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. नरेश चंद्र गौतम ने कहा कि समाज में जिस दिन सद्भावना आ जाएगी उस दिन समस्या अपने आप समाप्त हो जाएगी। व्यक्ति में सकारात्मक सोच होना जरूरी है। इसी से उसका व्यक्तित्व विकास होता है। उन्होंने कहा कि जिसके पास अभिमान नहीं है वहीं सद्भावना का द्योतक है, कहा कि सांप्रदायिक सद्भाव से ही देश का अस्तित्व है l उन्होंने सलाह दी कि विद्यार्थी अपने लक्ष्य को चुनें विकल्प को नहीं। विकल्प चुनने वाला कभी लक्ष्य नहीं प्राप्त कर सकता।कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने देश की विभिन्नता में एकता की मिसाल देते हुए कहा कि यहाँ के लोग सदियों से सौहार्द और प्रेम से गंगा जमुनी तहज़ीब को कायम रखे है l  उन्होंने कहा कि पूर्वांचल विश्वविद्यालय सांप्रदायिक सद्भाव को बढ़ावा देने में हमेशा से अग्रसर हैl ऐसे कार्यक्रमों से विद्यार्थी अपने व्यवहार से समाज में सद्भाव की खुशबू फैलाते रहेंगेl सद्भाव का असली कारण सभी के चेहरे पर मुस्कान लाना है।

कुलसाचिव महेंद्र कुमार ने कहा कि देश एक परिवार की तरह है। आपस में सहिष्णुता रहेगी तभी देश मजबूत बनेगा।अतिथियों का स्वागत करते हुए कार्यक्रम के नोडल अधिकारी प्रोफेसर मुराद अली ने सांप्रदायिक सद्भाव सप्ताह रिपोर्ट प्रस्तुत की। कार्यक्रम में विभिन्न प्रतियोगिताएं में भाग लिए गए छात्रों को पुरस्कृत किया गया.कार्यक्रम में जल संरक्षण का संकल्प दिलाया गया l कार्यक्रम के अंत में छात्रों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया.संचालन मोहम्मद हुज़ाईफा खान एवं धन्यवाद ज्ञापन प्रो. अजय द्विवेदी ने दिया.

इस अवसर पर वित्त अधिकारी संजय कुमार राय, परीक्षा नियंत्रक वी. एन. सिंह,  सहायक कुलसाचिव अजीत कुमार सिंह,  बबिता सिंह,  प्रो. बी.बी. तिवारी, प्रो. अविनाश पाथर्डीकर,  प्रो. मानस पाण्डेय,  प्रो. राजेश शर्मा, प्रो. वी. डी. शर्मा, प्रो. देवराज सिंह, प्रो. अशोक कुमार श्रीवास्तव, प्रो. रामनारायण,  प्रो. वन्दना दुबे, डॉ रसिकेश, डॉ. सुनील कुमार, डॉ. गिरिधर मिश्रा,  डॉ. जाह्नवी श्रीवास्तव,  डॉ. पुनीत धवन, डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर, डा. अमित सिंह वत्स, डॉ. विनय वर्मा, डॉ प्रमेन्द्र विक्रम सिंह, डॉ सुशील कुमार सिंह ,डॉ. सैफुल हक, समरीन तबस्सुम, नरिंदर कौर भटिया,  मोहम्मद सहाबुद्दीन,  प्रांकूर शुक्ला, मोहित भटिया आदि उपस्थित रहे l




No comments:

Post a Comment