कार्यभार ग्रहण करने के पश्चात उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय विद्यार्थियों के लिए है, उनकी अनदेखी नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिकता है कि कक्षाएं नियमित चलें, विद्यार्थियों को आकर्षित करने के लिए शिक्षकों को अध्ययन पद्धति में बदलाव लाना होगा ताकि छात्र कक्षा में आने पर मजबूर हो। विद्यार्थियों का हित सर्वोपरि है। उनका मानना है कि सभी विभागों में विद्यार्थी संख्या बढ़े। उन्होंने कहा कि शोध कार्य की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाएगा इसके साथ ही इंडस्ट्री की मांग के अनुरूप विद्यार्थियों को तैयार किया जाएगा। माननीय कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल की मंशा के अनुरूप विश्वविद्यालय को शिखर तक पहुंचाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी जाएगी।
इस अवसर पर कुलसचिव महेंद्र कुमार, वित्त अधिकारी संजय कुमार राय, परीक्षा नियंत्रक वीएन सिंह, उप कुलसचिव अमृतलाल, प्रो. बीबी तिवारी, प्रो.वंदना राय, प्रो. अजय द्विवेदी, प्रो.अशोक कुमार श्रीवास्तव, प्रो. संदीप सिंह, प्रो. अजय प्रताप सिंह, प्रो. देवराज सिंह, प्रो. राकेश यादव, डॉ. जगदेव, डॉ. राजबहादुर यादव, डॉ मनोज मिश्र, डॉ प्रमोद यादव, डॉ मनीष गुप्ता, डॉ गिरिधर मिश्र, डॉ सुनील कुमार, डॉ दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ श्याम कन्हैया, डॉ. नितेश जायसवाल, डॉ. मनीष प्रताप सिंह, डॉ जाह्नवी श्रीवास्तव, डॉ. शशिकांत यादव, डॉ अमित वत्स, डॉ. लक्ष्मी प्रसाद मौर्य, डॉ दिव्येंदु मिश्र समेत विश्वविद्यालय के अधिकारी, शिक्षक, कर्मचारी मौजूद रहे।
कुलपति ने किया पौधरोपण
वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने मुक्तांगन परिसर में पौधरोपण किया। उन्होंने कहा कि जीवन के लिए वृक्ष जरूरी है। पौधरोपण के साथ-साथ उसकी रक्षा भी हमें करनी चाहिए। इस दौरान निवर्तमान कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य, कुलसचिव, वित्त अधिकारी, डॉ. मनोज पांडेय, उद्देश्य सिंह समेत कई शिक्षक मौजूद थे।
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