पूर्वांचल विश्वविद्यालय : स्थापना  दिवस पर गाँधी दर्शन विषयक विचार गोष्ठी का हुआ आयोजन 
-आम आदमी को मत नकारो-  डॉ जोशी                               -विश्वविद्यालय की   २५ वर्षों की यात्रा पूरी 
-रजत जयंती वर्ष का हुआ समापन                                       -झंकार के विजेता हुए पुरस्कृत 
जौनपुर।वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के संगोष्ठी भवन में स्थापना दिवस के अवसर पर गाँधी दर्शन विषयक गोष्ठी का आयोजन किया गया।वक्ताओं ने आज के समय में गाँधी के दर्शन के विभिन्न आयामों पर प्रकाश डाला। ।समारोह के अंत में झंकार सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत भी किया गया। 
गोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि पर्यावरणविद पदम् श्री डॉ अनिल पी जोशी ने कहा कि जो गाँव, राज्य, देश अपनी भाषा,वेश- भूषा और खान -पान को भूलता है वह अपना अस्तित्व खो देता है।आज हम अपना अस्तित्व खोते जा रहे है।गाँधी कहते थे कि आम आदमी सबसे बड़ी ताकत है इसे मत नकारो और हमने इसे नकार दिया।
उन्होंने कहा कि विश्व का कोई भी प्राणी बिना मिट्टी,पानी और वायु के नहीं रह सकता।देश का सबसे बड़ा संकट इन्ही से जुड़ा है इसके पीछे गाँधी को भूलना ही है।वही ऐसी शिक्षा को बढ़ावा दिया जा रहा है जिसने हमें गाँव से दूर कर दिया है।इस पर सोचने की जरूरत है।
गलत है जब कि गाँधी मजबूरी नहीं आत्म बल,सत्य और त्याग का नाम है।
कुलसचिव वी के सिन्हा ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय २५ वर्षों में विकास के पथ पर चलते हुए बहुत दूरी तय की है।आगे भी बहुत कुछ तय करना है ।
इस अवसर पर मुख्य रूप से वित्त अधिकारी अमर चंद ,डॉ देव राज,प्रो डी डी दुबे,प्रो वी के सिंह,डॉ अजय प्रताप सिंह,डॉ एम हसीन खान,डॉ पी सी विश्वकर्मा,डॉ के एन सिंह,डॉ लालजी त्रिपाठी,डॉ देवेन्द्र प्रताप सिंह,डॉ अविनाश पार्थीडेकर,डॉ मनोज मिश्र,डॉ प्रदीप कुमार,डॉ एस के सिन्हा,डॉ दिग्विजय सिंह राठौर,डॉ अवध बिहारी सिंह समेत तमाम अध्यापक, कर्मचारी एवं छात्र छात्राएं मौजूद रहे।
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