Wednesday 2 October 2013

स्थापना दिवस समारोह

पूर्वांचल विश्वविद्यालय : स्थापना  दिवस पर गाँधी दर्शन विषयक विचार गोष्ठी का हुआ आयोजन 

-आम आदमी को मत नकारो-  डॉ जोशी                               -विश्वविद्यालय की   २५ वर्षों की यात्रा पूरी 
-रजत जयंती वर्ष का हुआ समापन                                       -झंकार के विजेता हुए पुरस्कृत 

जौनपुर।वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के संगोष्ठी भवन में स्थापना दिवस के अवसर पर गाँधी दर्शन विषयक गोष्ठी का आयोजन किया गया।वक्ताओं ने आज के समय में गाँधी के दर्शन के विभिन्न आयामों पर प्रकाश डाला। ।समारोह के अंत में झंकार सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत भी किया गया। 

गोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि पर्यावरणविद पदम् श्री डॉ अनिल पी जोशी ने कहा कि जो गाँव, राज्य, देश अपनी भाषा,वेश- भूषा और खान -पान को भूलता है वह अपना अस्तित्व खो देता है।आज हम अपना अस्तित्व खोते जा रहे है।गाँधी कहते थे कि आम आदमी सबसे बड़ी ताकत है इसे मत नकारो और हमने इसे नकार दिया।
उन्होंने कहा कि विश्व का कोई भी प्राणी बिना मिट्टी,पानी और वायु के नहीं रह सकता।देश का सबसे बड़ा संकट इन्ही से जुड़ा है इसके पीछे गाँधी को भूलना ही है।वही ऐसी शिक्षा को बढ़ावा दिया जा रहा है जिसने हमें गाँव से दूर कर दिया है।इस पर सोचने की जरूरत है।

बतौर विशिष्ट अतिथि डॉ अरुण कुमार सिंह ने कहा कि गाँधी का गुण गान उनके विरोधी भी समय समय पर किया करते थे।सत्य की प्राप्ति का साधन अहिंसा है आज भी हमें इसी पर चलने की जरुरत है।लोग कहते है कि गाँधी मजबूरी का नाम है जो कि 
गलत है जब कि गाँधी मजबूरी नहीं आत्म बल,सत्य और त्याग का नाम है।

अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो सुंदर लाल ने कहा कि गाँधी का संपूर्ण जीवन सत्य के प्रयोग में बीता।बढते आतंकवाद और हिंसा के समय में हमें गाँधी की और भी जरूरत महसूस होती है।अभी हाल में राइट टू रिजेक्ट से दागियों पर जो वार का निर्णय आया है वह महात्मा गाँधी के आदर्शो की रक्षा के लिए कारगर सिद्ध होंगे।उन्होंने कहा कि बापू के प्रति अपनी निष्ठा का प्रमाण बापू बाजार है।प्रो राम जी लाल ने विश्वविद्यालय की २५ वर्षो की यात्रा एवं रजत जयंती वर्ष में हुए कार्यक्रमों पर प्रकाश डाला।

कुलसचिव वी के सिन्हा ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय २५ वर्षों में विकास के पथ पर चलते हुए बहुत दूरी तय की है।आगे भी बहुत कुछ तय करना है ।
गोष्ठी के पूर्व अतिथियों एवं कुलपति,कुलसचिव द्वारा परिसर में स्थापित मूर्तियों पर पुष्प अर्पित किये।गाँधी जयंती के अवसर पर उनको नमन करते हुए राजनारायण सिंह,श्याम त्रिपाठी,रमेश पाल,जगदम्बा मिश्र आदि ने राम धुन प्रस्तुत कर सबको भाव विभोर कर दिया।छात्र छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किये गए। अंत में मुख्य अतिथि पर्यावरणविद पदम् श्री डॉ अनिल पी जोशी एवं कुलपति ने झंकार प्रतियोगिता के ३० प्रथम,४० द्वितीय एवं 3२ तृतीय स्थान प्राप्त विजेताओं को पुरस्कृत किया।संचालन  डॉ एच  सी पुरोहित ने किया।

इस अवसर पर मुख्य रूप से वित्त अधिकारी अमर चंद ,डॉ देव राज,प्रो डी डी दुबे,प्रो वी के सिंह,डॉ अजय प्रताप सिंह,डॉ एम हसीन खान,डॉ पी सी विश्वकर्मा,डॉ के एन सिंह,डॉ लालजी त्रिपाठी,डॉ देवेन्द्र प्रताप सिंह,डॉ अविनाश पार्थीडेकर,डॉ मनोज मिश्र,डॉ प्रदीप कुमार,डॉ एस के सिन्हा,डॉ दिग्विजय सिंह राठौर,डॉ अवध बिहारी सिंह समेत तमाम अध्यापक, कर्मचारी एवं छात्र छात्राएं मौजूद रहे।
























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