Wednesday 23 October 2013


 


जौनपुर।वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के व्यवहारिक मनोविज्ञान विभाग द्वारा काउंसलिंग स्किल इन हेल्थ प्रोफेसन एंड स्कूल विषयक चार दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला का उदघाटन संगोष्ठी भवन में हुआ।इसके पूर्व आई बी एम परिसर में चाणक्य की मूर्ति का अनावरण विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के सचिव डॉ अखिलेश गुप्ता के साथ अमेरिकन काउंसिलिंग संघ की अध्याक्षा डॉ सीरेसी वोलातुंजी ने किया।





कार्यशाला को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के सचिव डॉ अखिलेश गुप्ता ने कहा कि आज के तनाव भरे जीवन में खुशहाली कही खो गई है।हम भौतिक वस्तुओं में ख़ुशी की खोज करते है जबकि वास्तव में उससे हमें उससे प्राकृतिक खुशहाली नहीं मिलती।वास्तविक खुशहाली हमारे स्वास्थ्य से जुडी है।  मानव जब अपने आतंरिक काउंसलर से सहायता नहीं ले पता तब उसे बाहरी काउंसलर की जरुरत होती है काउंसलर की एक सलाह लोगों में अद्भूत परिवर्तन ला देता है।

विशिष्ट अतिथि अमेरिकन काउंसिलिंग संघ की अध्यक्षा डॉ सीरेसी वोलातुंजी ने कहा कि आज के समय में काउंसिलिंग की मदद से लोगों के जीवन स्तर में बड़े पैमाने पर सुधार लाया जा रहा है। काउंसिलिंग हमें स्वयं की मदद करने के लिए प्रेरित करती है।काउंसिलिंग के द्वारा व्यक्ति स्वतंत्र रूप से कार्य करने में दक्ष हो जाता है।
विशिष्ट अतिथि चिकित्सा संस्थान बी एच यू के मनोचिकित्सक डॉ संजय गुप्ता ने कहा कि गंभीर रोगों से ग्रसित मरीजों के लिए दवा की ही तरह काउन्सलिंग भी उपयोगी साबित हो रही है कैंसर पीडि़त मरीजों को  काउन्सलिंग द्वारा बेहतर जीवन जीने की राह दिखाया गया है। काउन्सलिंग का क्षेत्र दिनोंदिन बहुत तेजी से हमारे देष में बढा है

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो0 सुन्दर लाल ने कहा कि चाणक्य अपने समय के बहुत बड़े दार्षनिक होने के साथ ही साथ  काउन्सलर भी थे। उन्होने चद्रगुप्त मौर्य की बेहतरीन काउन्सलिंग कर राज गद्दी दिलाया। उन्होने अमेरिकी विष्वविद्यालय से आये हुए विषेषज्ञों का आभार व्यक्त किया।

अतिथियांे का स्वागत करते हुए कार्यषाला के सचिव प्रो0 रामजी लाल ने चारदिवसीय कार्यषाला के विभिन्न आयामों से परिचित कराया इसके साथ ही विषय पर प्रकाष डाला। आकलैण्ड विष्वविद्यालय के डा0 सचिन जैन ने अमेरिकी विष्वविद्यालय से आये हुए विषेषज्ञों के मनोविज्ञान के क्षेत्र में  किए गये कार्यो को बताया।

कार्यषाला मंे स्टीवविवर, कैटविवर,डाॅ0जेनी आर स्टूडर,जाॅन,यसेनचेक,डाॅ0पैन मैक मोहन,एनालिसी सिंह,डाॅ0 सचिन जैन अमेरिका के विभिन्न विष्वविद्यालयों से बतौर विषेषज्ञ कार्यषाला में प्रषिक्षण देने आए हुए हैं। धन्यवाद ज्ञापन संकायाध्यक्ष डाॅ0 अजय प्रताप सिंह एवं संचालन डाॅ0 एच0सी0 पुरोहित ने किया । इस अवसर पर प्रो0 आर एस सिंह,प्रो0 वी0के सिंह,देवेन्द्र नाथ सिंह,डाॅ0 रूना गुप्ता, डाॅ0 मल्लिका बनर्जी,प्रो0 रेनुका सिंह, डाॅ0 अखिलेष सिंह, डाॅ0अविनाष पर्थिडेकर, डाॅ0 प्रदीप, डाॅ0मनोज मिश्र, डाॅ0दिग्विजय सिंह राठौर, डाॅ0अवधविहारी सिंह, डाॅ0सुनील कुमार समेत विष्वविद्यालय के षिक्षक कर्मचारी एवं छात्र उपस्थित रहे।
डाॅ0दिग्विजय सिंह राठौर

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