Thursday 16 April 2015

पूर्वांचल विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय वार्षिक खेल समारोह शुरू



 विश्वविद्यालय में परिसर के छात्र-छात्राओं के लिए 15 से 17 अप्रैल तक तीन दिवसीय वार्षिक खेल समारोह की शुरूआत कुलपति प्रो. पीयूष रंजन अग्रवाल ने बुधवार को एकलव्य स्टेडियम में गुब्बारा उड़ाकर किया। खिलाडि़यों को सम्बोधित करते हुए कुलपति ने कहा कि खेल की गतिविधियों से विद्यार्थियों को असीम स्फूर्ति मिलती है। इससे उनका जहां व्यक्तित्व का विकास होता है वहीं अनुशासन के पालन की चेतना भी आती है। समय प्रबंधन की कला को सीखने के अवसर के साथ ही विद्यार्थियों में समय के सद्पयोग का महत्व भी पता चलता है। छात्र जीवन में खेलों में प्रतिभाग की यादें जीवन पर्यन्त सकारात्मक ऊर्जा देती रहती है। कहा कि हर प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य जीत का प्रयास होता है जिसके लिए अपनी पूरी क्षमता लगाकर प्रयास करने से एक अलग कौशल का विकास होता है। छात्र केवल अपने लिये ही नहीं खेलता अपितु समूह, संस्था, समाज एवं देश के लिए भी खेलता है। इस अवसर पर समन्वयक प्रो. बीबी तिवारी ने कहा कि चतुर्दिक विकास के लिए खेल जरूरी है। छात्र जीवन में खेल जैसी गतिविधियों में भाग लेने से भविष्य में स्वास्थ्य सम्बंधी समस्याएं नहीं रहती। 
समारोह के उद्घाटन सत्र में कुलपति ने झंडा रोहण किया। जिसके पश्चात विभिन्न खेलों में भाग लेने वाले खिलाडि़यों ने मार्च पास्ट किया। इसके साथ ही खिलाडि़यों ने शपथ भी लिया। पहले दिन उद्घाटन सत्र के पश्चात एकलव्य स्टेडियम में 100, 200, 800, 1500 मीटर पुरूष एवं महिला दौड़ प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। इसके साथ ही डिस्क थ्रो, लांग जम्प, बास्केटबाल, बाॅलीबाल, पुरूष एवं महिला प्रतियोगिता आयोजित हुई। प्रतियोगिताओं में परिसर के विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। खेल समारोह के दूसरे दिन चार सौ मीटर रेस हाईजम्प, जावेलिन थ्रो, रिले रेस आदि खेल होंगे। इसके साथ ही शिक्षकों एवं कर्मचारियों के लिए सौ मीटर रेस की प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। स्वागत डा. प्रदीप कुमार एवं संचालन अशोक सिंह ने किया। विभिन्न गतिविधियों में प्रो. वीके सिंह, डा. जितेंद्र सिंह, डा. रामाश्रय शर्मा, खेल सचिव डा. देवेंद्र सिंह, डा. अजय प्रताप सिंह, डा. रजनीश भाष्कर, डा. अविनाश पार्थडिकर, डा. मनोज मिश्र, डा. अवध बिहारी सिंह, डा. दिग्विजय सिंह राठौर, डा. सुनील कुमार, डा. रूश्दा आजमी, सुरजीत यादव, डा. धर्मेंद्र सिंह, डा. आलोक दास, डा. विवेक पाण्डेय, डा. केएस तोमर आदि उपस्थित रहे।


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सफलता के लिए अनुशासन जरुरी :ब्रिगेडियर बी.एस.ठाकर
वीर बहादुर सिह पूर्वाञ्चल विश्वविद्यालय के प्रबंध अध्यय्यन संकाय के एच आर.डी विभाग में एक दिवसीय विशेष व्याख्यान में ब्रिगेडियर बी.एस.ठाकर ने छात्रों को एटीट्य़ूट बिल्डिन्ग पर विस्तार से चर्चा की। उन्हौने बताया कि प्रत्येक छात्र को अपने जीवन मे सफलता प्राप्त करने के लिए आवश्यक है कि वो सेल्फ-बिलीफ, सेल्फ-डिसीप्लेन और सेल्फ-कन्ट्रोल जैसे सिद्धान्तों को आत्मसात करना चहिए। ब्रिगेडियर ठाकर ने इन बातों को भारतीय सैना मे गुजारे अनुभवों के आधार पर विस्तार से समझाया और बताया कि प्रत्येक फौजी अपने कार्यकाल में इन सभी बातों का अनुसरण कर असम्भव को सम्भव में तब्दील करता है। कार्यक्रम में बायोटेक्लोलोजी के वरिष्ठ आचार्य प्रोफेसर वी.के.सिंह ने छात्रों को सकारात्मकता अपनाने पर बल दिया और कहा कि प्रत्येक को जीवन में ज्ञानवान होना और विचारों में सकारात्मकता का अपना महत्व है जिसे किसी भी दशा में अनदेखा नहीं कर सकते। कार्यक्रम के शुभारम्भ में एच.आर.डी. विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष डाॉ. अविनाश पाथर्डीकर ने अतिथियों का स्वागत किया। उन्हौने बताया कि विश्विद्यालय आने वाले सत्र मे भारतीय सेना के वरिष्ठ अधिकारियों के ज्ञान से परिसर के छात्रों को लाभान्वित करवाएगा और इस तरह के विषयों पर कार्याशालाएं आयोजित करेगा। कार्यक्रम के अन्त में व्यावसाइक अर्थशास्त्र विभाग के वरिष्ठ प्राध्यापक डाॉ. वी.डी. शर्मा ने अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर श्री अनुपम किमार, अभिनव श्रीवस्तव सहित प्रबंध अध्ययन संकाय के समस्त शिक्षक एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।


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