पीयू और एसएसआरडीपी बंगलुरू के बीच हुआ एमओयू
मानव को तनावमुक्त बनाना संस्था का उद्देश्यः आरएन मेरानी
जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर और श्रीश्री रूरल डेवलपमेंट प्रोग्राम ट्रस्ट (एसएसआरडीपी) बंगलुरू के बीच सोमवार को कुलपति सभागार में एक एमओयू पर हस्ताक्षर किया गया। यह एमओयू पूर्वांचल विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य और एसएसआरडीपी के चेयरमैन आरएल मेरानी ने किया। इससे दोनों संस्थाओं के बीच अंतर संस्थागत टीचिंग, रिसर्च, फैकल्टी, कौशल विकास प्रशिक्षण और स्टूडेंट प्रोग्राम के साथ-साथ एक दूसरे लोगों की सांस्कृतिक गतिविधियों का भी आदान- प्रदान होगा। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के परिपेक्ष्य में विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय के समस्त विद्यार्थियों को वोकेशनल प्रोग्राम के अंतर्गत आनलाइन माध्यम से योगा इंस्ट्रक्टर प्रशिक्षण एवम आग्रेनिक खेती का कौशल सिखाया जाएगा। प्रशिक्षण प्रात्त विद्यार्थियों को नेशनल स्किल डेवलपमेंट कार्पोरेशन के फ्रेमवर्क के अंतर्गत प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा जिससे विद्यार्थी रोजगार भी प्राप्त कर सकेंगे।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने कहा कि विश्वविद्यालय को अच्छी उंचाई देने के लिए एमओयू आज की जरूरत है। उन्होंने कहा कि भागदौड़ की जिंदगी में सवाल ही होते हैं उनका उत्तर नहीं आता। आर्ट आफ लीविंग उसी का जवाब है। मन को नियंत्रण में रखने से सब कुछ नियंत्रित हो जाता है। एसएसआरडीपी से समझौता का मूल मकसद यही है।
इस अवसर पर एसएसआरडीपी के चेयरमैन आर.एल. मेरानी ने कहा कि बाहर की प्रकृति को ठीक करने के लिए मन के अंदर की प्रकृति को भी ठीक करना होगा। उन्होंने अध्यात्म को परिभाषित करते हुए कहा कि खुद को जो अच्छा न लगे उसे दूसरे पर ना थोपे, यहीं अध्यात्म है। उन्होंने कहा कि हमारी संस्था सरकार के साथ मिलकर किसानों को उत्पादनकर्ता के साथ-साथ व्यवसायिक भी बनाना चाहती है, लेकिन लोगों का स्ट्रेस कम करना हमारा मूल उद्देश्य है। यहां हर आदमी को सहज करके उनके तनाव को खत्म किया जाता है। इसके लिए उन्होंने दस मिनट तक ध्यान का अभ्यास कराकर तनाव दूर करने के टिप्स दिए। एसएसआरडीपी की तरफ से अनुराग सिंह और निहारिका श्रीवास्तव भी शामिल थीं।
इस एमओयू के संयोजक प्रो. अविनाश पाथर्डीकर ने एमओयू की रूपरेखा पर विस्तार से प्रकाश डाला। कार्यक्रम का संचालन एमओयू के नोडल अधिकारी डा. मनोज पांडेय और धन्यवाद ज्ञापन प्रो. मानस पांडेय ने किया। इस अवसर कुलसचिव महेंद्र कुमार, वित्त अधिकारी संजय राय, परीक्षा नियंत्रक वीएन सिंह, प्रो. वंदना राय, प्रो. देवराज सिंह, डा. प्रदीप कुमार, डा. मनोज मिश्र, डा. प्रमोद यादव, डा. रजनीश भास्कर, डा. आशुतोष सिंह, डा. सुनील कुमार, डा. रसिकेश, डा. अमरेंद्र सिंह, डा. जाह्नवी श्रीवास्तव, अन्नु त्यागी, डा. अनुराग मिश्र, करुणा निराला, सहायक कुलसचिव अमृतलाल, बबिता सिंह समेत कई शिक्षक मौजूद थे।
No comments:
Post a Comment