वर्तमान दौर में जलवायु और धरोहर दोनों पर है संकट- डॉ. विजयेंदु
वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग द्वारा सोमवार को विश्व धरोहर दिवस के अवसर पर गोष्ठी का आयोजन किया गया.गोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि डॉ राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय, अयोध्या के पत्रकारिता विभाग के अध्यक्ष डॉ. विजयेंदु चतुर्वेदी ने कहा कि जन माध्यमों ने धरोहरों के संरक्षण में बड़ी भूमिका अदा की है. जनमाध्यम खबरों के द्वारा निरंतर धरोहरों के रखरखाव के प्रति शासन-प्रशासन का ध्यान आकर्षित करते रहते है.उन्होंने कहा कि विश्व धरोहर दिवस की इस बार की थीम धरोहर और जलवायु है. यह विषय बहुत ही संवेदनशील है. वर्तमान दौर में जलवायु और धरोहर दोनों पर संकट है. इसकी सुरक्षा मानव ही कर सकता है. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में ताजमहल विश्व धरोहर है जिस पर प्रदूषण के खतरे को मीडिया ने बार- बार उठाया है.
जनसंचार विभाग के अध्यक्ष डॉ मनोज मिश्र ने कहा कि धरोहरों को सहेजने की जरूरत है इससे हमारी पहचान जुड़ी है. उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति और विरासत पूरी दुनिया में सर्वश्रेष्ठ है. भारत में वर्तमान में 40 यूनेस्को विश्व विरासत स्थल हैं वह आगे की पीढ़ी के लिए सुरक्षित रहे यह सबकी जिम्मेदारी है. इसी क्रम में डॉ अवध बिहारी सिंह ने कहा आज कई वेबसाइटों पर धरोहरों से संबंधित गलत सूचनाएं उपलब्ध है. सही जानकारी के लिए प्रतिष्ठित वेबसाइटों से ही जानकारी लेनी चाहिए. उन्होंने कहा कि देश की धरोहरें हमारी अर्थव्यवस्था को भी मजबूत कर रही है. कार्यक्रम का संचालन गोष्ठी के संयोजक डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर एवं धन्यवाद ज्ञापन मीडिया प्रभारी डॉ सुनील कुमार ने किया. इस अवसर पर विभाग के विद्यार्थी उपस्थित रहे.
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