देवकली में आठ साल से चल रही निःशुल्क कोचिंग
वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय द्वारा संचालित देवकली पंचायत भवन में सोमवार को प्रेरणा निःशुल्क कोचिंग के बच्चों ने वाल दिवस समारोह मनाया।इस अवसर पर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने कहा कि बच्चों की जीवन की कठिनाइयों को दूरकर प्रेरणा कोचिंग आगे बढ़ाने का काम कर रही है, यह पुण्य का काम है। विश्वविद्यालय इन बच्चों की पढ़ाई में कोई बाधा नहीं आने देगी। उन्होंने अम्मा कोचिंग चलाने का प्रस्ताव रखा। कहा कि अगर अम्मा पढ़ेगी पूरा परिवार शिक्षित होगा।गौरतलब है कि 4 फ़रवरी 2014 से विश्वविद्यालय से सटे देवकली गाँव में बच्चों के लिए निःशुल्क प्रेरणा कोचिंग निरंतर चल रही है। इस कोचिंग के माध्यम से अब तक 1435 विद्यार्थी लाभान्वित हो चुके है. वर्तमान समय में 1 से 12 तक की कक्षाओं के 135 विद्यार्थी शिक्षा ले रहे है. विश्वविद्यालय परिसर के विद्यार्थियों का एक समूह इन बच्चों को पढ़ाता है।कार्यक्रम में कुलसचिव महेंद्र कुमार ने कहा कि प्रेरणा कोचिंग में अपनी सेवा देने वाले विद्यार्थी आइकोन है। विद्यार्थियों ने परंपरा का निर्वहन किया है, आगे भी यह जारी रहेगा।वित्त अधिकारी संजय कुमार राय ने कहा कि समाज के हर व्यक्ति को लोक भावना के अनुरूप कार्य करना चाहिए। देश के विकास का रास्ता गांव से ही होकर जाता है।विशिष्ट अतिथि छात्र अधिष्ठाता प्रो. अजय द्विवेदी ने कहा किप्रेरणा कोचिंग से विश्वविद्यालय के उन विद्यार्थियों का व्यक्तित्व विकास हुआ है जो इससे जुड़े हुए है। विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों से जुड़कर गाँव के बच्चे बड़ा सपना देख रहे है। प्रेरणा कोचिंग के संयोजक डॉ. राजकुमार ने विद्यार्थियों द्वारा किये जा रहे प्रयासों पर विस्तार से प्रकाश डाला।संचालन शैलेंद्र प्रताप सिंह एवं धन्यवाद ज्ञापन मीडिया प्रभारी डा. सुनील कुमार ने किया। इस अवसर पर प्रो. अशोक कुमार श्रीवास्तव, प्रो.रजनीश भास्कर, डॉ. संतोष कुमार, डॉ. मनीष कुमार गुप्ता, डॉ. मंगला प्रसाद यादव, डॉ लक्ष्मी प्रसाद मौर्य, इन्द्रेश गंगवार, सच्चिदानन्द मिश्र समेत अन्य उपस्थित रहे।
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