Thursday, 30 November 2023

इंटरनेट और मोबाइल उपभोक्ता है साइबर अपराधियों के निशाने पर - डॉ. दिग्विजय


विश्वविद्यालय में साइबर  अपराधों के प्रति  जागरूकता  कार्यक्रम का हुआ आयोजन 

जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के साइबर क्लब द्वारा प्रो. राजेन्द्र सिंह रज्जू भैया भौतिकी संस्थान आर्यभट्ट सभागार  में  साइबर अपराधों के प्रति  जागरूकता का कार्यक्रम गुरुवार को आयोजित किया गया। साइबर क्लब के नोडल अधिकारी डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर ने विभिन्न प्रकार के साइबर अपराधों  बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि भारत में साइबर अपराध तेजी से  बढ़ रहा है साइबर  अपराधी नित नए तरीके अपना रहे है. इंटरनेट और मोबाइल का प्रयोग करने वाले सभी उपभोक्ता साइबर अपराधियों के निशाने पर रहते है. ऐसे में जागरूकता ही हमें बचा सकती है. 
उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य की सरकार साइबर अपराध से  लोगों को सुरक्षित रखने  विभिन्न स्तरों पर काम कर रही है. उत्तर प्रदेश सरकार ने महिला हेल्प लाइन के माध्यम से भी साइबर सुरक्षा प्रदान करने का काम  किया है.  इसके सकारात्मक परिणाम भी सामने आ रहे है. उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया का प्रयोग सावधानी से करें. अपरिचितों से दोस्ती खतरे में डाल  सकती है. उन्होंने कहा कि  सोशल मीडिया से हमारी जानकारी साइबर अपराधी जुटाते है और पूरी रणनीति के साथ अपने जाल में फसा लेते है. उन्होंने कहा कि बच्चों के मोबाइल फोन के प्रयोग की निगरानी करें. गेम के नाम भी बड़ी धोखाधड़ी की जा रही है. बैंकिंग और पेमेंट के एप्प पर अलग से पासवर्ड रखें. इसके साथ ही गूगल प्ले स्टोर पर कई ऐसे एप्लीकेशन  है जिससे बच्चों के मोबाइल पर निगरानी रखी जा सकती है.  उन्होंने हैकिंग, फिशिंग, फर्जी विज्ञापन, ऑनलाइन खरीदारी फ्राड, फ़ोन कॉल करके फ्राड आदि के बारे में विस्तार से चर्चा  की. उन्होंने कहा कि साइबर अपराधी मानसिक और आर्थिक शोषण  के साथ- साथ ब्लैकमेल कर शारीरिक शोषण भी कर रहे है. इनसे डरने की नहीं बल्कि लड़ने की जरुरत है. 
इस अवसर पर प्रो. बी बी तिवारी, प्रो. अजय द्विवेदी, प्रो वंदना राय,  प्रो.  ए. के. श्रीवास्तव, प्रो. संदीप सिंह, प्रो. बी. डी. शर्मा, प्रो. रजनीश भास्कर, प्रो. मुराद अली, डॉ मनोज मिश्र, डॉ रसिकेश, डॉ सुनील कुमार, डॉ जान्हवी श्रीवास्तव, डॉ अन्नू त्यागी  समेत विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के शिक्षक और कर्मचारी उपस्थित रहे.

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