विद्यार्थियों को अपनी सोच सकारात्मक रखनी चाहिएः कुलसचिव
युवा अपनी ऊर्जा को समाजहित में लगाएः वित्त अधिकारी
युवा दिवस पर विश्वविद्यालय में हुए कई कार्यक्रम
जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के विवेकानंद केंद्रीय पुस्तकालय में युवा दिवस के अवसर पर शुक्रवार को केंद्रीय पुस्तकालय और राष्ट्रीय सेवा योजना के संयुक्त तत्वावधान में परिचर्चा का आयोजन किया गया। इसमें विवेकानंद के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला गया। इस अवसर पर विषय प्रवर्तन मानद पुस्तकालयाध्यक्ष प्रो. मानस पांडेय ने कहा कि स्वामी जी से हमें यह प्रेरणा मिलती है कि युवा अपनी क्षमताओं का सही तरीके से उपयोग करें और समृद्धि और समर्थन के साथ समाज के लिए योगदान करें। परिचर्चा में कुलसचिव महेंद्र कुमार ने कहा कि विद्यार्थियों को हमेशा अपनी सोच सकारात्मक रखनी चाहिए। उन्होंने कहा कि किसी भी बड़ी लाइन को मिटाकर छोटा करने से अच्छा है खुद उससे बड़ी लाईन बना देना। वित्त अधिकारी संजय कुमार राय ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने हमें युवा शक्ति की महत्वपूर्णता को समझाया है। उनका संदेश है कि हमें अपनी ऊर्जा को सही दिशा में लगाना चाहिए और समाज के लिए सकारात्मक परिवर्तन करना चाहिए। परीक्षा नियंत्रक अजीत कुमार सिंह ने कहा कि युवा शक्ति से ही नए भविष्य का निर्माण हो सकता है। युवा न सिर्फ अपने लिए बल्कि समाज के लिए भी कुछ कर सकता है। उनकी आदर्श जीवनशैली से हमें साहस, समर्पण, और सेवा की भावना मिलती है। इसके पूर्व विवेकानंद की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्ज्वलन किया गया। संचालन विद्युत मल और धन्यवाद ज्ञापन अवधेश कुमार ने किया। इस अवसर पर डॉ. प्रमोद यादव, एनएसएस समन्वयक डा. राजबहादुर यादव, डॉ. सुनील कुमार, डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर. डॉ. श्याम कन्हैया, डॉ धीरेंद्र चौधरी समेत विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने भाग लिया।
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