उन्होंने कहा कि सुभाष चंद्र बोस एक अद्वितीय राष्ट्रनायक थे, उनका सपना था एक स्वतंत्र और समृद्धशाली भारत का निर्माण करना । इसके लिए उन्होंने अपने प्रबंध कौशल से भारत ही नहीं कई देशों से संपर्क कर समर्थन प्राप्त किया था । उन्होंने अपने जीवन के हर क्षण में उन आदर्शों को अपनाया जो साहस, स्वाधीनता, और समर्पण की मिसाल थीं ।
वित्त अधिकारी संजय कुमार राय ने कहा कि नेता जी का संघर्ष और प्रतिबद्धता आज भी हमें प्रेरित करता है । उन्होंने भारतीय राष्ट्रीयता को एक मजबूत, समृद्ध और एकमत राष्ट्र की दिशा में एकाग्र किया उनका संदेश है कि समर्थ और समर्पित युवा समृद्धि और स्वतंत्रता के पथ पर अग्रसर हो सकता है।
कुलसचिव महेंद्र कुमार ने कहा कि आज का दिन बहुत ही महत्वपूर्ण दिन है, हम सभी को यह आदर्श बनाए रखना चाहिए कि हम एक सशक्त राष्ट्र की स्थापना के लिए समर्पित हैं । नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के जयंती के अवसर पर कुलपति समेत अधिकारियों एवं शिक्षकों ने उनकी मूर्ति पर पुष्प अर्पित कर नमन किया।इस अवसर प्रो. अजय द्विवेदी, डॉ. मनोज मिश्र, डॉ प्रमोद यादव, डॉ गिरिधर मिश्र, डॉ. रसिकेश, डॉ मनीष प्रताप सिंह, डॉ सुनील कुमार, डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ श्याम कन्हैया, डॉ. शशिकांत यादव, डॉ पुनीत धवन, डॉ अमित वत्स, डॉ प्रमेन्द्र विक्रम सिंह, डॉ पुनीत सिंह, डॉ. दीपक सिंह, डॉ नवीन चौरसिया, राजेंद्र सिंह, स्वामीनाथ समेत विश्वविद्यालय के अन्य शिक्षक एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
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