Wednesday 31 January 2018

विद्वता प्राप्त करने में लगता है समय- प्रो कीर्ति सिंह

व्यवसाय प्रबंध  विभाग वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर एवं अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में  शैक्षणिक नेतृत्व प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ बुधवार को अवैद्यनाथ संगोष्ठी भवन में  हुआ. यह चार दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम मानव संसाधन विकास मंत्रालय भारत सरकार के  पंडित मदन मोहन मालवीय राष्ट्रीय शिक्षक मिशन एवं शिक्षण द्वारा उत्प्रेरित एवं समर्थित है. 

उद्घाटन सत्र में बतौर मुख्य अतिथि पूर्व कुलपति प्रो कीर्ति सिंह ने कहा कि यह विश्वविद्यालय के लिए गौरव की बात है यहाँ पर शिक्षकों और प्रशासनिक अधिकारियों को शासन की मंशा के अनुरूप शैक्षणिक नेतृत्व के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है.विद्वता प्राप्त करने में समय लगता है।  यात्रा लम्बी है पड़ाव कई है।  सफलता का एक मूलमंत्र ख़ुशी है। कौशल विकास के प्रयास सतत जारी रहने चाहिए। उन्होंने कहा कि 5 वर्षों तक मस्तिष्क अपना पूर्ण आकार प्राप्त कर लेता है, आगे का विकास व्यक्ति के प्रशिक्षण और अध्ययन पर  है। 

विशिष्ट अतिथि रुहेलखंड विश्वविद्यालय बरेली के पूर्व कुलपति प्रोफेसर एम मुजम्मिल ने कहा कि उच्च शिक्षण संस्थानों में गुणवत्ता बनाए रखने की जरूरत है।उस  गुणवत्ता को उच्चतम शिखर तक ले जाने के लिए सदैव प्रयास करते रहना होगा।  उन्होंने कहा कि बुलंदियों पर पहुंचना कमाल नहीं ठहरना कमाल होता है। अपनी पहचान और  संस्कृति के साथ शिक्षा को उच्चतम शिखर पर ले जाना भी बड़ी चुनौती है। उन्होंने उच्च शिक्षा सुधार के लिए गुणात्मक, मात्रात्मक एवं समरूपता पर जोर दिया। उन्होंने विश्वेश्वरैया सभागार  में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम के सत्रों में उच्च शिक्षा की गुणवत्ता, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, एआईसीटीई,पीसीआई, एमसीआई, आतंरिक गवर्नेंस में सूचना एवं संचार तकनीकी के प्रयोग तथा शोध के उन्नयन पर लोगों को जानकारी दी । संकायाध्यक्ष प्रो विक्रम देव ने कहा कि शिक्षण संस्थानों की बेहतरी एवं  उच्च शैक्षिक मापदंडों के लिए यह कार्यक्रम लाभकारी होगा।
समन्यवयक  डॉ मुराद अली ने कार्यक्रम की रूप रेखा प्रस्तुत की एवं अतिथियों का स्वागत डॉ अमित वत्स ने  किया। धन्यवाद् ज्ञापन डॉ सुशील  सिंह ने किया। 
इस अवसर पर डॉ सतेंद्र सिंह, प्रो ए के श्रीवास्तव, प्रो अजय प्रताप सिंह,प्रो अजय द्विवेदी  प्रो अविनाश पथर्डीकर, प्रो वंदना राय, प्रो राजेश शर्मा, डॉ संतोष कुमार, डॉ मनोज मिश्रा, डॉ वंदना दुबे, डॉ दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ सुधीर उपाध्याय, प्रमेन्द्र विक्रम सिंह समेत छात्र छात्राएं मौजूद रहे।   

No comments:

Post a Comment