प्रेरणा कोचिंग के ग्रामीण बच्चों से मिली कुलपति
प्रेरणा कोचिंग से 1700 से अधिक बच्चे हुए लाभान्वित
वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर वंदना सिंह ने गुरुवार को प्रेरणा निशुल्क कोचिंग देवकली में पढ़ने वाले बच्चों से मुलाकात की, सवालों को पूछा और ब्लैक बोर्ड पर पढ़ाया भी. कुलपति प्रोफेसर वंदना सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा प्रेरणा निशुल्क कोचिंग में अपना योगदान देना बहुत ही नेक काम है. उनकी लगन और मेहनत का असर है कि गांव के बच्चों के चेहरे पर मुस्कान है. उन्होंने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि पूरा मन लगाकर पढ़े यही पढ़ाई आपके सपने को साकार करेगी.
गौरतलब है कि विश्वविद्यालय से सटे देवकली गांव में वर्ष २०१४ से ग्रामीण बच्चों के लिए निशुल्क कोचिंग संचालित की जाती है. इसमें विश्वविद्यालय में इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले बच्चे अपनी सेवा देते हैं और ग्रामीण बच्चों को कोचिंग पढ़ाते हैं. वर्तमान वर्ष में इस नि:शुल्क कोचिंग से 151 बच्चे लाभान्वित हो रहे हैं. प्रेरणा कोचिंग में एलकेजी से 12 वीं तक में पढ़ने वाले बच्चे आते है. शुरुआत में कोचिंग पढ़ाने वाले शिक्षकों जो कि इंजीनियरिंग एवं तकनीकी संकाय के विद्यार्थी थे उनकी संख्या 8 थी. इस समय 22 विद्यार्थी अपनी सेवा दे रहे है. प्रेरणा कोचिंग के समन्वयक डॉ. राजकुमार ने कोचिंग की विकास यात्रा पर प्रकाश डाला एवं विद्यार्थियों से परिचय कराया. उन्होंने कहा कि अभी तक इस कोचिंग से 1708 बच्चे लाभान्वित हुए हैं. इस अवसर पर कोचिंग पढ़ाने वाले अभिषेक,आनंद यादव, ओमप्रकाश, विकास, सौरभ, आदित्य, अभिजीत, कौशल, अमन, स्वर्णिम, अफ़जल अली, आयुष यादव उपस्थित रहे.
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