Tuesday 14 August 2018

एकता और समरसता का सन्देश, विद्यार्थियों ने बनाई मानव श्रृंखला

हमारा घर आजायब घर बना है, सपोले आस्तीनों में पलें हैं....... 


पूर्वांचल विश्वविद्यालय में मंगलवार को स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर सामाजिक एकता और समरसता का सन्देश देने के लिए विद्यार्थियों ने  मानव श्रृंखला बनाई । जनसंचार विभाग द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में  मुख्य द्वार से संकाय भवन तक दोनों तरफ विद्यार्थियों और शिक्षकों ने हाथ पकड़ कर राष्ट्र एकता के लिए संकल्पित हुए। 
अनुप्रयुक्त सामाजिक विज्ञान एवं मानविकी संकाय  के अध्यक्ष डॉ मनोज मिश्र ने विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि देश परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है। पूरी दुनिया की नजर हमारे देश के हर घटनाक्रम पर है। ऐसे में एक सशक्त राष्ट्र के लिए आपसी भाईचारा और सौहार्द हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। सबसे बड़ा राष्ट्र वंदन हमारी आपसी तालमेल और प्रेम में है। स्वतंत्रता  दिवस की वर्षगांठ पर देश की एकता के लिए हम सभी एकजुट हो। उन्होंने कविता के माध्यम से देश की वर्तमान स्थिति  पर विद्यार्थियों को सोचने पर  विवश किया।  उन्होंने कहा कि  हमारा घर आजायब घर बना है, सपोले आस्तीनों में पलें हैं। हमारा देश है  खूनों  नहाया,  यहां के लोग नाखूनों फलें हैं। मानव श्रृंखला में जनसंचार , व्यावहारिक मनोविज्ञान,माइक्रोबायोलॉजी, बायोकेमिस्ट्री एवं पर्यावरण विज्ञान विभाग के विद्यार्थी शामिल हुए। इस अवसर पर डॉ अजय प्रताप सिंह, डॉ एसपी तिवारी, डॉ अवध बिहारी सिंह, डॉ सुनील कुमार, डॉ जान्हवी  श्रीवास्तव, डॉ मनोज पांडे, अन्नू त्यागी, सुधांशु यादव, विवेक पांडे, ऋषि श्रीवास्तव, डॉ प्रभाकर सिंह  आदि  मौजूद रहे। कार्यक्रम का संयोजन डॉक्टर दिग्विजय सिंह राठौर ने किया।



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