विश्वविद्यालय के रज्जू भैया फिजिकल स्टडी एवं रिसर्च सेंटर के आर्यभट्ट सभागार में युवाओं के विकास में नई शिक्षा नीति का योगदान विषय पर सोमवार को एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। यह आयोजन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के काशी प्रांत द्वारा आयोजित की गई।
अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. डॉ. राजाराम यादव ने कहा कि हमारी प्राचीन शिक्षा नीति में आधुनिकता का भी समावेश है। हमारी शिक्षा गर्भाधान से ही शुरू होती है, इसका मार्गदर्शन दुनिया को भारत ने ही किया, इसके लिए महाभारत के अभिमन्यु का उदाहरण हमारे सामने है। उन्होंने कहा कि पूर्वांचल विश्वविद्यालय में नई शिक्षा नीति के ड्राफ्ट के समय मानव संसाधन विकास मंत्रालय का नाम बदलकर शिक्षा और संस्कृति मंत्रालय का प्रस्ताव दिया था, उस पर विचार किया गया है। हमारे विश्वविद्यालय के कई पाठ्यक्रम जिन उद्देश्यों को ध्यान में रखकर चलाए जा रहे हैं उसे नई शिक्षा नीति में रखा गया है यह हमारे लिए गर्व की बात है। इसके पूर्व विशिष्ट अतिथि प्रो.मानस पांडेय ने नई शिक्षा नीति पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए विषय प्रवर्तन किया।
कार्यक्रम का संचालन उद्देश्य सिंह और धन्यवाद ज्ञापन डॉ आशुतोष सिंह ने किया। इस अवसर पर पूर्व विधायक सुरेंद्र प्रताप सिंह, नीरज सिंह, प्रो अविनाश पाथर्डीकर, डॉ अवनीश सिंह, डॉ दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ मनोज पांडेय, डॉ जाह्नवी श्रीवास्तव, डॉ सुनील कुमार, वंदना, डॉ महेंद्र त्रिपाठी, डॉ. अजय दुबे, डॉ प्रमोद यादव, डॉ नितेश जायसवाल, डॉ गिरिधर मिश्र, डॉ मनीष गुप्ता, डॉ पुनीत धवन, डॉ आलोक दास, डॉ धर्मेंद्र सिंह,नितीन चौहान, विकास ओझा सुमित सिंह अवकाश सिंह, शीलनिधि सिंह आदि शामिल थे।
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