Wednesday 11 January 2017

नकदरहित अर्थव्यवस्थाः चुनौतियां एवं संभावनाएं विषयक कार्यशाला

 

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, मानव संसाधन विकास मंत्रालय, नई  दिल्ली द्वारा निर्देशित तीन दिवसीय वित्तीय साक्षरता अभियान (विसाका) के तीसरे दिन इंजिनीयरिंग संस्थान के विश्वेसरैया  हाल में नकदरहित अर्थव्यवस्थाः चुनौतियां एवं संभावनाएं विषय के विविध आयामों से विधायार्थियों को रूबरू कराने के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया.

कार्यशाला में कुलपति प्रो पीयूष रंजन अग्रवाल ने ई - रिटेल मार्केटिंग पर विस्तार पूर्वक  अपनी बात रखी.उन्होंने कहा कि आज ऑनलाइन बाजार ने उपभोक्ताओं को उत्पाद चयन के तमाम अवसर दिए है.  वैश्विक स्तर  पर ऑनलाइन खरीददारी में भारत तीसरे पायदान पर आ गया है। मनचाहे उत्पाद को ऑनलाइन पसंद कर ख़रीदा जा सकता है.सब कुछ इन्टरनेट के कारण संभव हो पाया है. उन्होंने इतिहास का हवाला देते हुए बताया कि भारतीय परिवेश में इ-बिजनेश की शुरुआत अस्सी के दशक से ही हो चुकी है। उन्होंने कहा कि  आज ऑनलाइन मार्केट  के प्रसार में बैंकिंग,हाइवे,ग्राम से नगर तक सड़कों का जाल  एवम त्वरित परिवहन का महत्त्वपूर्ण योगदान है।उन्होंने कहा कि  ऑनलाइन खरीददारी समय ,श्रम और अन्य परेशानियों से दूर रखती है इसलिए इसकी लोकप्रियता निरंतर बढ़ रही है। 


 दूसरे सत्र में ओरिएण्टल बैंक ऑफ़ कॉमर्स के एडीसी अभिनव वर्मा ने कहा कि ई  बैंकिंग के माध्यम से उपभोक्ता आसानी से सुविधाओं का लाभ उठा सकते है.इसके लिए आपको बैंक नहीं आता पड़ता बल्कि घर बैठे ही मोबाइल या कंप्यूटर के माध्यम से अपने काम को कर सकते है. 
ओ बी सी के सीएमडी राजीव निरंजन ने कहा कि  अधिकांश बैंकों के ऍप्स भी आ गए है जिसे मोबाइल या कंप्यूटर में डाउनलोड किया जा सकता है. आने वाले समय में इन्टरनेट बैंकिंग का और भी विस्तार होगा।उन्होंने कहा कि उपभोक्ताओं को ऑनलाइन सुरक्षा का भी ध्यानरखा जा रहा है। 
ओबीसी के शाखा प्रबंधक अरविन्द सिंह नें नकद रहित ऑनलाइन पेमेंट की प्ले स्टोर पर उपलब्धता के बारे में प्रतिभागियों से चर्चा की। 
दूसरे  तकनीकी सत्र में अक्षय द्विवेदी,आशुतोष मौर्य ,एस एन  यादव और सुधाकर यादव ने बैंकिंग सिस्टम में ऑनलाइन सुविधाओं पर विद्यार्थियों का ध्यान आकृष्ट कराया। 

अभियान के अन्तर्गत आयोजित हुई प्रतियोगिताओं  का परिणाम घोषित किया गया.पोस्टर प्रतियोगिता में आशीष कुमार श्रीवास्तव, नीलेश गुप्ता, एवं श्याम श्रीवास्तव ग्रुप को प्रथम स्थान, विकास त्रिपाठी, आलोक सिंह एवं प्रतीक ग्रुप को द्वितीय एवं रत्ना जायसवाल को तृतीय स्थान मिला। वाद- विवाद प्रतियोगिता में शिखा दुबे ग्रुप को प्रथम, श्यामल श्रीवास्तव ग्रुप को द्वितीय एवं विशाल शर्मा ग्रुप को तृतीय स्थान मिला। निबंध प्रतियोगिता में धर्मपाल यादव को प्रथम,रत्ना जायसवाल को द्वितीय एवं पुष्कर प्रभात चतुर्वेदी को तृतीय स्थान मिला।
कार्यशाला का सञ्चालन संयोजक डॉ अजय द्विवेदी  और धन्यवाद ज्ञापन मीडिया प्रभारी डॉ मनोज मिश्र द्वारा किया गया। 
इस अवसर पर डॉ वीडी शर्मा , डॉ एके श्रीवास्तव ,डॉ अविनाश पार्थिडकर ,डॉ वंदना राय, डॉ दिग्विजय सिंह राठौर,सुशील कुमार ,डॉ आशुतोष सिंह ,डॉ राजकुमार ,डॉ संजीव गंगवार ,डॉ एस पी तिवारी ,डॉ राजेश शर्मा डॉ सुनील कुमार ,डॉ अवध बिहारी सिंह ,डॉ रुश्दा  आज़मी,डॉ नुपूर तिवारी,डॉ अमरेंद्र सिंह,डॉ राजीव कुमार ,डॉ सुधीर उपाध्याय,डॉ विवेक पांडेय समेत विद्यार्थी उपस्थित रहे। 

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