विश्वविद्यालय के फार्मेसी संस्थान में बुधवार को दीक्षांत पूर्व व्याख्यान का आयोजन किया गया।वाराणसी फार्मेसी कालेज आफ फार्मेसी के निदेशक प्रो0 ओ0पी0 तिवारी नें भैषज्य विज्ञान में भविष्यगत संभावनाएं विषय पर अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि फार्मेसी हर व्यक्ति के जीवन से जुड़ी है ऐसे में फार्मासिस्ट की जिम्मेदारी बहुत बढ़ जाती है। फर्मासिस्ट मरीजों के उपचार में महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा करते है।
उन्होंने कहा कि आज की सबसे बड़ी चुनौती एण्टीबायोटिक के दुरूपयोग को रोकने की है। हमें इसके लिए सक्रिय होना होगा। विद्यार्थियों से रूबरू होते हुए उन्होंने कहा कि फार्मेसी लोंगों की जिन्दगी को और कैसे खुशहाल बना सकती है इस पर जरूर चिंतन करें।
स्वागत शिक्षक राजीव कुमार द्वारा , सञ्चालन समन्वयक डा0 अजय द्विवेदी द्वारा एवं धन्यवाद ज्ञापन श्री सुरेन्द्र सिंह ने किया ।
इस अवसर पर शिक्षक आलोक गुप्ता, नृपेन्द्र सिंह, आशीष गुप्ता, विनय वर्मा , आलोक दास सहित फार्मेसी के छात्र/छात्राए उपस्थित रहे।
No comments:
Post a Comment